हमारी रोजाना की जिंदगी में कई जटिलताएं होती हैं. बायलॉजिकल रूप से हमें कुछ न कुछ होता ही रहता है. गंभीर बीमारी में तो दवाई खानी आवश्यक हो जाती है लेकिन मामूली हेल्थ परेशानियां भी कम नहीं होती. इन स्थितियों में हम दवाई खा लेते हैं लेकिन मामूली परेशानियों में अगर दवाई खाने की आदत बन जाती है तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. जरूरत से अधिक एंटीबायोटिक, ब्लड प्रेशर और यहां तक कि कुछ सप्लीमेंट का सेवन करने से सबसे ज्यादा किडनी पर असर पड़ता है. अगर इन दवाइयों का सेवन ज्यादा किया जाए तो किडनी डैमेज भी हो सकता है.
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रोजाना के जीवन में जो हम दवाइयां लेते हैं, उससे भी किडनी पर असर पड़ता है. हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक करीब 20 प्रतिशत किडनी डैमेज के मामले इन दवाइयों के सेवन के कारण होता है.

इन दवाइयों से किडनी होता है डैमेज
एनएसएआईडी – नॉन-स्टेरॉयड एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग (NSAID)दर्द और सूजन जैसी आम समस्याओं में दी जाती है. इनमें आइब्यूप्रोफेन, कॉम्बीफ्लाम, फ्लेक्शन, नेप्रोक्सन आदि दवाइयां आती है. अक्सर ये दवाइयां बिना डॉक्टरों की सलाह से ली जाती है लेकिन इन दवाइयों का ज्यादा सेवन किडनी को डैमेज कर सकता है.
एंटीबायोटिक्स – पेंसिलिन, सिफालोपोरिंस जैसी दवाइयां बैक्टीरिया के इंफेक्शन से होने वाली बीमारियों में ली जाती है. ये दवाइयां अगर न ली जाए तो इंफेक्शन खत्म नहीं होता है. लेकिन इन दवाइयों का ज्यादा सेवन किडनी डैमेज कर सकता है.
गैस की दवा- पेट में ज्यादा एसिड हो जाने पर ओमिप्राजोल, इयानसोप्राजोल जैसी दवाइयां अपने आप काउंटर से ले ली जाती है. हालांकि कुछ दिनों तक इसे लेने से कोई नुकसान नहीं होता लेकिन लंबे समय तक इसका सेवन करने से किडनी डैमेज हो जाता है.
बीपी की दवाई- जिसे हाई बीपी की समस्या है, उसे बीपी की दवाई लेनी जरूरी हो जाती है लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से किडनी डैमेज हो सकता है. इसलिए डॉक्टर जितनी दवाई लेने की सलाह दें, उतनी ही लें, बिना डॉक्टरों की सलाह से बीपी की दवाई न खाएं.
सप्लीमेंट- कुछ सप्लीमेंट ऐसे होते हैं जिसे लेना जरूरी हो जाता है. लेकिन किसी भी तरह के सप्लीमेंट का ज्यादा सेवन करने से किडनी खराब हो सकता है. इसलिए हमेशा डॉक्टर जब कोई सप्लीमेंट लेने की सलाह दें तभी इसे लेना चाहिए.
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