
कोण्डागांव MyNews36 प्रतिनिधि- शाक-सब्जी बाड़ियों सहित खरीफ फसलो को मवेषियों से बचाने के लिए राज्य शासन द्वारा 19 जून से प्रारंभ किये गये रोका छेका अभियान ग्राम पंचायतो सहित नगरीय क्षेत्रो मे जोर शोर से चलाया जा रहा है चूकिं ग्रामो मे नरवा, गरवा, घुरवा बाडी़ योजना सहित सामुहिक गोठान बनाये गये है ऐसे मे रोका छेका रस्म पंरमपरागत ग्रामीण कृषि विरासत की पहल का सम्मान कहा जायेगा। इस क्रम मे गोठानो का उद्देश्य पशुधन सवंर्धन और फसलो की रक्षा दोनो है इसके लिए जिले के सभी ग्राम पंचायतो मे बैठको का आयोजन करके पशुपालको से शपथ दिलवाया जा रहा है कि वे अपने मवेशियों को खुले मे नही चरने देंगे ताकि फसलो को कोई नुकसान ना हो।
जहां तक जिले के नगर पंचायत एवं नगर पालिका क्षेत्र का प्रश्न है यहां पर भी अभियान के अंतर्गत बाड़ियों एवं उद्यानो को सुरक्षित करने के साथ साथ सड़को को भी मवेशी मुक्त बनाने के प्रयास हो रहे हैं। नगरीय क्षेत्र से प्राप्त जानकारी अनुसार नगर पंचायत फरसगांव अतंर्गत 223 पशुपालको और सर्वेक्षित पशुओं की संख्या 849 के करीब है साथ नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 09 और 15 में काजीं हाउस संचालित किया जा रहा है। जिसमे अब तक 14 मवेशियों को रखा गया है और उनके लापरवाह पशु मालिको से 1500 रूपये की जुर्माना राशि वसूली गई है साथ ही पशुओं को कांजी हाउस मे रखने के निर्धारित दिवस के पश्चात प्रतिदिन के हिसाब से 100 रूपये की जुर्माना राशि अतिरिक्त वसूली जायेगी एवं अतंतः पशुओं की नीलामी का भी प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार नगर पंचायत केशकाल के कांजी हाउस मे 57 पशु रखे गये है और अब तक उनके मालिको से 4 हजार 250 रूपये के अर्थदण्ड लिये जा चुके है। कोण्डागांव नगर पालिका क्षेत्र अतंर्गत शहर के प्रमुख मार्ग से काउ केचर मे दिनांक 30 जून 2020 तक 48 मवेशी एकत्रित कर गोठान मे रखा गया है। जबकि उनके पशु मालिको पर 10 हजार रूपये का अर्थदण्ड आरोपित किया जा चुका है।
इसके अलावा मुनादी इत्यादि के माध्यम से भी पशु पालको से संकल्प पत्र भरवाया जा रहा है। इस संबध मे कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि रोका-छेका अभियान अंतर्गत सभी आवश्यक कार्यवाहियां होने के अलावा कांजी हाउस एवं गोठानो में रहने वाले पशुओं के लिए छाया, पानी, दाना, पैरा आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चत होनी चाहिए।
Mynews36 प्रतिनिधि राजीव गुप्ता की रिपोर्ट