प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से राजनीति में निस्वार्थ और रचनात्मक योगदान देने का किया आग्रह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि युवाओं को निस्वार्थ और रचनात्मक योगदान के लिए राजनीति में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं के कंधों पर देश के भविष्य के निर्माण का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी है।कल दूसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के समापन समारोह में मोदी ने कहा कि हमारी राजनीति को युवाओं की आवश्यकता है और राजनीति सार्थक बदलाव का रचनात्मक माध्यम है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे नौजवानों के लिए ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जिससे वे अपने सपनों के अनुसार अपनी प्रतिभा का विकास कर सकें।मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य जोर युवाओं को बेहतर व्यक्ति बनाना और बेहतर राष्ट्र का निर्माण करना है।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ऐसा माहौल बनाने का प्रयास कर रही है, जिसमें युवाओं को जीवन में अच्छे अवसर प्राप्त हों।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के विजेताओं और अंतिम सूची के पैनल के सदस्यों की सराहना की है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस महोत्सव के समापन समारोह में कहा कि युवाओं के साथ संवाद और बातचीत बहुत महत्वपूर्ण हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वे युवाओँ के भाषण सुन रहे थे तो उनके मन में एक विचार आया और उन्होंने फैसला किया कि वे न केवल तीनों विजेताओं बल्कि अंतिम सूची के पैनल में शामिल लोगों के भाषण भी पर ट्वीट करेंगे।
इसके बाद मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से इन सभी भाषणों पर ट्वीट किया। प्रथम पुरस्कार विजेता उत्तर प्रदेश की मुदिता मिश्रा के भाषण पर ट्वीट करते हुए मोदी ने कहा कि वोकल फॉर लोकल के बारे में अपने संबोधन में मुदिता ने बड़े प्रभावी तरीके से बताया कि भारत अब जागरूक हो गया है।

