कलेक्टर के सीधे स्वभाव का अधिकारी उठा रहे गलत फायदा,लखोली से अब तक प्रशासन ने नहीं लिया सबक

राजनांदगांव MyNews36 प्रतिनिधि- कुछ ही माह पहले राजनांदगांव जिले की कमान संभालने वाले जिलाधीश टी .के .वर्मा द्वारा जारी किए गए आदेशों पर प्रशासन के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।एसडीएम मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी कोरोना काल जैसे गंभीर मुद्दे पर भी लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं जिसके गंभीर परिणाम भविष्य में सामने आ सकते हैं।
गौरतलब है कि कल दिनांक 17 जुलाई को एक डॉक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।उसी डाक्टर का क्लिनिक तुलसीपुर बख्तावरचाल रोड में स्थित है और पिछले 7 दिनों के भीतर क्षेत्र के सैकड़ों लोगों से उस डाक्टर से संपर्क किया है।17 जुलाई को ही जिला कलेक्टर ने तुलसीपुर को सील करने के आदेश जारी कर दिए थे लेकिन,आज पर्यन्त तक वहां पर किसी भी प्रकार की ना तो बेरिकेटिंग की गई है और ना ही उसके सम्पर्क में आये लोगों की छानबीन शुरू की गई है।कुल मिलाकर प्रशासन एक और लखोली को शहर में जन्म देना चाहता है ऐसा प्रतीत होता है।
डाक्टर ने जमकर बरती लापरवाही
वैसे तो डाक्टरों की जमात को बहुत ही जिम्मेदार माना जाता है लेकिन कल पॉजिटिव आये डाक्टर को पता है कि उसका कोरोना टेस्ट लिया गया है लेकिन उसके बावजूद उसने क्लिनिक में आना धंधा चालू रखा और लोगों की जान से खिलवाड़ करता रहा और रिपोर्ट आने तक क्लिनिक चालू रखा।
ज्ञात हो कि मार्च माह में सम्पूर्ण लाकडाउन के दौरान भी पीछे के दरवाजे से क्लिनिक का संचालन करने के मामले में भी कोतवाली ने इसका क्लिनिक सील किया था।
चौक में भीड़ ,नींद में प्रशासन
तुलसीपुर बख्तावरचाल रोड में लोगों के बड़ी संख्या में चहल-पहल आम बात है और पॉजिटिव डाक्टर के संपर्क में भी आसपास के बहुत से लोग आए हैं लेकिन,प्रशासन कुम्भकर्णी नींद में है और कलेक्टर साहब ने सिर्फ कागजों में आदेश जारी करके अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर लिया है।
MyNews36 प्रतिनिधि अजय सोनी की रिपोर्ट