भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि उत्तर पश्चिम भारत के लोगों को 12 अप्रैल से भीषण गर्मी की स्थिति से राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने अनुसार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 12 अप्रैल मंगलवार की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इसके प्रभाव में उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हीटवेव की स्थिति की तीव्रता और वितरण में कमी होने की संभावना है।
मौसम विभाग का निगरानी विभाग विक्षोभ की परिस्थितियों पर लगातार निगरानी रख रहा है। गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली के लोग बीते कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 40-43.5 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के साथ लू की स्थिति से जूझ रहे हैं। बीते 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा-दिल्ली और पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 6-10 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
मौसम विभाग ने पहले भी 10 अप्रैल के लिए राजधानी दिल्ली में ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया था क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में भीषण गर्मी की स्थिति बनी हुई थी। दिल्ली में शनिवार को तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 5 साल में सबसे गर्म दिन रहा है। लोगों को यहां दोपहर में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई थी।
अप्रैल में अधिकतम तापमान 1941 में था
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 21 अप्रैल, 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अप्रैल माह का उच्चतम अधिकतम तापमान 29 अप्रैल, 1941 को 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। IMD ने अपनी चेतावनी में कहा था कि 72 साल में यह पहली बार है कि दिल्ली में अप्रैल के पहले पखवाड़े में इतना अधिक तापमान दर्ज किया गया है।
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